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अयोध्या दर्शन को बढ़ चले भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री

फरवरी में आएंगे 11 मुख्यमंत्री, रामलला के चरणों में नमन करेंगे

Ayodhya: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण अंतिम चरण में है और इस पावन धाम में एक बार फिर से आस्था का सैलाब उमड़ने वाला है। फरवरी का महीना भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अयोध्या दर्शन से गुलजार रहेगा, जो अपनी-अपनी कैबिनेट के साथ रामलला के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेंगे।

ये दर्शन केवल धार्मिक यात्रा भर नहीं, बल्कि भाजपा के लिए राम मंदिर आंदोलन की ऐतिहासिक विजय को मनाने और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए समर्थन जुटाने का भी अवसर माना जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा 31 जनवरी को ही रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचेंगे। इसके बाद 1 फरवरी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, 2 फरवरी को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दर्शन करेंगे। अन्य मुख्यमंत्रियों का कार्यक्रम इस प्रकार है:

  • 5 फरवरी: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
  • 6 फरवरी: अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू
  • 9 फरवरी: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर
  • 12 फरवरी: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
  • 15 फरवरी: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत
  • 22 फरवरी: असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा
  • 24 फरवरी: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
  • 4 मार्च: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव

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मुख्यमंत्री अयोध्या में गर्भगृह जाकर रामलला के दर्शन करेंगे और राम मंदिर परिसर के अन्य मंदिरों में भी पूजा-अर्चना करेंगे। वे अयोध्या में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे, जिनमें रामायण कथा, भजन-कीर्तन और नृत्य-संगीत शामिल हैं।

राम मंदिर का निर्माण भाजपा के लिए एक प्रमुख चुनावी वादा था और इसके पूर्ण होने के बाद पार्टी आने वाले चुनावों में इसका राजनीतिक लाभ उठाने की उम्मीद कर रही है। हालांकि, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्री इस यात्रा में शामिल नहीं होंगे, जिसके कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है।


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